
20 साल की मेहनत, 1 ब्रिज – और अब देश को कनेक्ट करेगा ‘चिनाब का चमत्कार’
जम्मू-कश्मीर के रियासी ज़िले में चिनाब नदी पर बना दुनिया का सबसे ऊंचा सिंगल आर्क ब्रिज अब बनकर तैयार है। इसे बनने में पूरे 20 साल लगे — हां, Netflix की सीरीज़ बदलती रही, लेकिन ये ब्रिज लगातार बनता रहा।
6 जून को पीएम नरेंद्र मोदी इसका भव्य उद्घाटन करेंगे, और इसी मौके पर कटरा से श्रीनगर वंदे भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाएंगे।
एलन के पापा ने रामलला के दर्शन कर भारत को बताया ‘सुपरस्पेस वाला देश’
कटरा से श्रीनगर: अब यात्रा होगी रफ़्तार वाली, पर कश्मीरी बोले – “थोड़ा कम हिला लो हमें”
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने वंदे भारत को लेकर चिंता जताई है।
उनका कहना है, “कटरा में उतरना, फिर दो घंटे सिक्योरिटी, फिर ट्रेन — मतलब वंदे भारत से नहीं, वेटिंग भारत से सफर होगा।” ट्रेन तो फास्ट है, पर जांच की लाइन में ‘कछुआ मॉडल’ चालू है!
चिनाब ब्रिज: Eiffel Tower से भी ऊंचा, और टिकाऊ इतना कि तूफान भी सलाम करे!
-
ब्रिज की ऊंचाई: 359 मीटर, यानी Eiffel Tower से 35 मीटर ज्यादा
-
यह भारत की सबसे ऊंची रेलवे ब्रिज परियोजना है
-
हर मौसम में चलने वाली 272 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन का हिस्सा
-
1.3 किलोमीटर लंबा और आर्क स्टाइल में डिजाइन किया गया
ब्रिज देखकर इंजीनियर्स बोले – “मम्मी देखो, मैंने भी कुछ बड़ा बनाया है!”
₹46,000 करोड़ की विकास योजनाएं, कटरा में दिखेगा ‘विकास एक्सप्रेस’ का स्टॉप
पीएम मोदी इस यात्रा के दौरान ₹46,000 करोड़ से ज्यादा की विकास परियोजनाओं की भी नींव रखेंगे।
मतलब – अब सिर्फ दर्शन नहीं, इन्वेस्टमेंट भी यहीं मिलेगा!
“रामलला के साथ-साथ अब रेललला भी पहुंच रहे हैं।”
ब्रिज बना, ट्रेन आई, अब कनेक्टिविटी बोले – ‘जय श्री राम और जय श्री रफ्तार!’
भारत के सबसे चुनौतीपूर्ण इलाकों में बनी ये परियोजना सिर्फ एक ब्रिज नहीं, बल्कि विकास, कनेक्टिविटी और आत्मनिर्भरता की ऊंचाई का प्रतीक है।
अब जब कोई पूछे “कश्मीर कितनी दूर?”, तो कहिए – “बस एक ब्रिज की दूरी पर!”
जनगणना – गिनती फिर से शुरू! 15 साल बाद देश बोलेगा – “हां, मैं मौजूद हूं”